राजस्थान सरकार ने ग्रामीण महिला स्वास्थ्य केंद्रों पर ‘डिजिटल गर्भ जांच’ सेवा शुरू की है जिसमें गर्भवती महिलाओं को पोर्टेबल सोनोग्राम मशीन और AI आधारित जोखिम मूल्यांकन दिया जाता है। स्वास्थ्य कार्यकर्ता स्क्रीनिंग करते हैं और ऑटो रिपोर्ट जनरेट होती है। इससे प्रदेश में मातृ मृत्यु दर में सुधार की संभावना देखी जा रही है। अब तक 10,000 महिलाओं की जांच इस सेवा के माध्यम से हुई है।